Reliance Power में ज़बरदस्त तेजी! क्या यह निवेश का सही समय है? (Q4 FY25 Performance Analysis)

रिलायंस पावर लिमिटेड (Reliance Power Ltd.) भारत की प्रमुख निजी क्षेत्र की बिजली उत्पादन कंपनियों में से एक है, जो कोयला, गैस, हाइड्रो, सौर और पवन ऊर्जा जैसे विभिन्न स्रोतों से बिजली उत्पादन में सक्रिय है। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली यह कंपनी हाल के महीनों में अपने शेयर बाजार प्रदर्शन और वित्तीय सुधारों के कारण चर्चा में रही है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम रिलायंस पावर के नवीनतम प्रदर्शन, वित्तीय स्थिति, परियोजनाओं, और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

## रिलायंस पावर का परिचय

रिलायंस पावर की स्थापना 17 जनवरी 1995 को हुई थी और यह रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (Reliance ADA Group) का हिस्सा है। कंपनी का मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है, और यह भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिजली परियोजनाओं के विकास, निर्माण और संचालन में सक्रिय है। कंपनी का पोर्टफोलियो में 6,000 मेगावाट से अधिक की परिचालन क्षमता और कई कोयला, गैस, हाइड्रो, और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं, जिनमें से कुछ विकास के विभिन्न चरणों में हैं।


रिलायंस पावर ने हाल के वर्षों में अपने कर्ज को कम करने और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसके कारण निवेशकों का ध्यान इस ओर गया है।


## वित्तीय प्रदर्शन (Q4 FY25)

रिलायंस पावर ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) में उल्लेखनीय सुधार दिखाया है। कंपनी ने इस तिमाही में ₹126 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में ₹398 करोड़ के नुकसान की तुलना में एक बड़ा बदलाव है। इसके अलावा, कंपनी ने अपने खर्चों में 24% की कटौती की, जिसने इस मुनाफे में योगदान दिया।


हालांकि, कंपनी की समग्र बिक्री में कमी देखी गई। मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में ₹1,978.01 करोड़ की समेकित बिक्री दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 0.93% कम थी। इसके बावजूद, कंपनी ने अपने परिचालन खर्चों को नियंत्रित करके और कर्ज प्रबंधन पर ध्यान देकर अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत किया है।


### प्रमुख वित्तीय मेट्रिक्स

- मार्केट कैप: ₹29,368.48 करोड़ (10 जून 2025 तक)

- शेयर मूल्य: ₹71.24 (NSE, 10 जून 2025)

- 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर: ₹72.23 (10 जून 2025)

- 52-सप्ताह का न्यूनतम स्तर: ₹25.75 (23 जुलाई 2024)

- P/E अनुपात: 8.52

- ROE (वर्ष 2024-25): 18.04%, जो पिछले 5 वर्षों के औसत 0.05% से काफी बेहतर है।[]

- 3 साल का रिटर्न: 325.8% (Nifty 50 के 50.77% की तुलना में)


कंपनी ने अपने कर्ज को पूरी तरह से चुकाने का दावा किया है, जिसके बाद बैंकों और वित्तीय संस्थानों पर उसका कोई बकाया नहीं है। यह निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जिसके कारण शेयरों में हाल की तेजी देखी गई।


## शेयर बाजार प्रदर्शन

रिलायंस पावर के शेयरों ने हाल के महीनों में शानदार प्रदर्शन किया है। 30 मई 2025 को शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर ₹60.3 पर पहुंचे थे, और 10 जून 2025 तक यह ₹71.24 पर कारोबार कर रहा था। पिछले एक महीने में शेयर ने 65.15% का रिटर्न दिया, जो निवेशकों के लिए आकर्षक रहा है।हालांकि, शेयर में अस्थिरता भी देखी गई है। उदाहरण के लिए, लगातार 11 दिनों तक अपर सर्किट के बाद 12वें दिन 5% का लोअर सर्किट लगा, जिसने निवेशकों को आश्चर्यचकित किया। फिर भी, कंपनी के कर्ज मुक्त होने और नए प्रोजेक्ट्स की घोषणाओं ने शेयर की तेजी को समर्थन दिया।

## प्रमुख परियोजनाएं और रणनीति

रिलायंस पावर ने हाल ही में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Reliance NU Energies Pvt. Ltd. को SJVN से एक प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना मिली है। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने निम्नलिखित परियोजनाओं की घोषणा की है

- भूटान में 500 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र

- भारत में 350 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र

- 700 मेगावाट-घंटे की बैटरी स्टोरेज परियोजना

ये परियोजनाएं कंपनी की ग्रीन एनर्जी में दीर्घकालिक निवेश की रणनीति को दर्शाती हैं, जो भारत सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों के अनुरूप है। इसके अलावा, कंपनी के पास पहले से ही 5,945 मेगावाट की परिचालन क्षमता है, जिसमें सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट, रोजा पावर प्लांट, और बूटीबोरी पावर प्लांट जैसे प्रमुख प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।


## निवेशकों के लिए प्रमुख बिंदु

1. कर्ज मुक्ति: रिलायंस पावर ने विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर के लिए ₹3,872 करोड़ की देनदारी चुकाकर खुद को कर्ज मुक्त घोषित किया है। यह कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत करता है।

2. नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश: सौर और बैटरी स्टोरेज परियोजनाओं में निवेश कंपनी को भविष्य में स्थिर आय प्रदान कर सकता है।

3. उच्च अस्थिरता: शेयर में हाल की तेजी के बावजूद, इसमें अस्थिरता देखी गई है। निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए और लंबी अवधि की रणनीति पर ध्यान देना चाहिए।

4. प्रबंधन चुनौतियां: कंपनी के प्रबंधन और दीर्घकालिक आय में स्थिरता अभी भी निवेशकों के लिए चिंता का विषय हो सकती है।[]


## भविष्य की संभावनाएं

रिलायंस पावर की भविष्य की रणनीति नवीकरणीय ऊर्जा पर केंद्रित है, जो भारत के 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य के अनुरूप है। कंपनी का कर्ज मुक्त होना और नए प्रोजेक्ट्स की घोषणाएं निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत हैं। हालांकि, कंपनी को अपने परिचालन खर्चों को और कम करने, आय में स्थिरता लाने, और प्रबंधन संबंधी चुनौतियों का समाधान करने की आवश्यकता है।


## निष्कर्ष

रिलायंस पावर ने हाल के समय में अपने शेयर बाजार प्रदर्शन और वित्तीय सुधारों के कारण निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। ₹126 करोड़ के मुनाफे, कर्ज मुक्ति, और नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश ने कंपनी को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है। हालांकि, शेयर की अस्थिरता और प्रबंधन संबंधी चुनौतियां निवेशकों के लिए जोखिम का कारण बन सकती हैं। निवेश से पहले विशेषज्ञों की सलाह और कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति पर विचार करना जरूरी है।


Disclamer

यह पोस्ट केवल सूचना के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। निवेश से पहले हमेशा स्वतंत्र वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।


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